tag:blogger.com,1999:blog-3629544887513045104.post743361145223440509..comments2013-08-06T08:35:49.967-07:00Comments on मैं और मेरी कलम: रिश्तों की ये डोर बस चलती रहे, ताउम्र Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/04044875735783745422noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3629544887513045104.post-21588673306572765622013-08-06T01:31:54.366-07:002013-08-06T01:31:54.366-07:00साले राहू भारत के कौन से जंगल में क्रांतिकारी बने ...साले राहू भारत के कौन से जंगल में क्रांतिकारी बने घूम रहे हो...अपने एरिया कमांडर से बोलना मुबंई तुम्हारी बात करवाए केतू से...हालांकि मुझे पता है कि तु किसी के साए तले काम नही करेगा..तो खूद ही कॉल कर लेना...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00196104760241325621noreply@blogger.com